जामिया मिल्लिया इस्लामिया परिसर में 13 से 15 दिसंबर 2019 को हुई पुलिस की बर्बरपूर्ण घटनाओं के संदर्भ में PUDR की एक छह सदस्यीय टीम ने 16 से 19 दिसंबर 2019 तक चार दिवसीय जांच-पड़ताल की। ये बर्बरता एवं क्रूरता 11 दिसंबर 2019 को संसद द्वारा पारित नागरिकता (संशोधन) अधिनियम 2019 के खिलाफ चल रही विरोध प्रदर्शनों के बीच में हुई। जामिया के छात्र 12 दिसंबर से ही गेट 7 के बाहर शांतिपूर्वक सभा कर रहे थे। यह रिपोर्ट उसी दिन से हो रही घटनाओं का सिलसिलेवार तरीके से दस्तावेज़ करती है, क्योंकि इसी संदर्भ के अंतर्गत पुलिस क्रूरता को समझा जा सकता है।
English में यह रिपोर्ट, Bloody Sunday, दिसम्बर 2019 में प्रकाशित हुई थी।
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