पी.यू.डी.आर. अपनी रिपोर्ट ‘काओ विजिलांतिज़म : क्राइम, कम्युनिटी एंड लाइवलीहुड, जनवरी 2016 से मार्च 2018’ जारी कर रहा है। इस रिपोर्ट में जनवरी 2016 से मार्च 2018 के बीच घटित गौ रक्षा के नाम पर गुंडागर्दी की घटनाओं का विश्लेषण है। इन गौ-गुंडागर्दी या विजिलांते गतिविधियों को हिंदी एवं अंग्रेजी अखबारों और तथ्यान्वेषी रिपोर्टो के माध्यम से इकट्ठा किया गया है। पी.यू.डी.आर. ने जनवरी 2016 से लेकर अब तक की 137 गौ-गुंडागर्दी (गौ-विजिलांतिज्म) गतिविधियों का लेखाजोखा तैयार किया है। इन घटनाओं में 20 हत्या की वारदाते है जिनमें कुल 29 लोगों की जानें गयीं थीं। यह रिपोर्ट आर.एस.एस. और बीजेपी के बढ़ते सांप्रदायिक और जातिवादी मानसिकता को दर्शाती है जिसके तहत मुस्लिमों और दलितों पर 2015 से लगातार हिंसा हो रही है। गाय के नाम पर हो रही हिंसा को समझने के लिए विजिलांते गतिविधियों का विश्लेषण करना एक अनिवार्यता बन जाती है। हमारी रिपोर्ट उस वक्त जारी की जा रही है जब गौ रक्षकों और एक बीजेपी नेता द्वारा अलिउद्दीन उर्फ असगर अंसारी की हत्या किये जाने के मामले में, ट्रायल कोर्ट ने हत्यारों को सजा सुनाई है। हत्या की बीस वारदातों में से न्यायालय का यह फैसला पहला और एक मात्र निर्णय है जहाँ हमलावरों को सजा हुई है ( पृष्ठ 16, Table – License to Kill)। आज जबकि 136 मामले जिनमें 19 हत्याएं भी शामिल है, न्याय का इंतजार कर रहे हैं, हमारी रिपोर्ट इन मामलों को गौ विजिलांते राजनीति के परिपेक्ष्य में समझने की कोशिश कर रही है।
अंग्रेजी रिपोर्ट की प्रति उपलब्ध है
हिंदी में रिपोर्ट के सारांश के लिए यहाँ संलग्न विज्ञप्ति को देखें |